खालिस्तानी आतंकवादी राकेश टिकैत को फांसी कब…?

babaisraeli.com2021012345643256245

जैसा कि आप सभी को ज्ञात है कि एक लंबे समय से चल रहे अलगाववादी खालिस्तानी आंदोलन के द्वारा भारत को तोड़ने की साज़िश की जा रही है। ऐसा नहीं है कि इस देश-विरोधी साज़िश में किसी एक पंथ के लोग ही शामिल हैं। भारत की एकता और अखंडता से नफ़रत करने वाले सभी मतों, पंथों, संप्रदायों एवं वर्गों के देशद्रोही लोग खालिस्तान नामक इस देश-विरोधी मुहिम में शामिल हैं।

उदाहरण के तौर पर काग़ज़ी रूप से सनातनी हिंदू समुदाय से आने वाला खालिस्तानी आतंकवादी राकेश टिकैत, वर्तमान समय में इस देश-विरोधी तथाकथित किसान आंदोलन के वेश में खालिस्तानी आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर अंजाम दिए गए दिल्ली-दंगे के बाद अब तथाकथित किसान नेताओं के जो गुप्त वीडियोज़ वायरल हो रहे हैं, उनके आधार पर यह व्यक्ति गणतंत्र दिवस दंगे का मास्टरमाइंड प्रतीत हो रहा है। सूचनार्थ आप सभी लोगों के संज्ञान में यह बात लाना हम आवश्यक समझते हैं कि यह राकेश टिकैत नामक भारत एवं हिंदू-विरोधी तत्व पहले भी ग़जनवी की भाषा बोलते हुए कैमरे में पकड़ा जा चुका है। इस विषय पर आप हमारे इस पूर्व प्रेषित आलेख का संज्ञान ले सकते हैं।

वीडियो: अपने सहयोगियों को भड़काता हुआ खालिस्तानी अलगाववादी राकेश टिकैत

सोशल मीडिया पर तैर रहे एक वीडियो में यह राष्ट्रद्रोही तत्व राकेश टिकैत गणतंत्र दिवस के मौके से कुछ समय पूर्व नशे की हालत में लड़खड़ाती हुई ज़बान के साथ इशारों-इशारों में अपने आतंकवादी साथियों को दिल्ली में दंगा करने के लिए गुप्त दिशा-निर्देश प्रदान करते हुए देखा गया है। उक्त वीडियो में स्पष्ट रूप से यह देखा जा सकता है कि राकेश टिकैत अपने आतंकवादी साथियों को ट्रैक्टर रैली में डंडे और झंडे लाने के दिशा-निर्देश प्रदान कर रहा है। इतना ही नहीं, राकेश टिकैत अपने साथियों को राष्ट्रीय झंडे के स्थान पर कोई दूसरा झंडा लगाने का भी सुझाव दे रहा है।

विदित हो कि गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले पर खालिस्तानी आतंकवादियों ने दंगा करते हुए न केवल सुरक्षाबलों को निशाना बनाया था बल्कि देश की आन-बान और शान के प्रतीक तिरंगे झंडे को उतारकर लाल किले की प्राचीर पर खालिस्तानी झंडा भी लहरा दिया था। अब गणतंत्र दिवस दंगे की इस राष्ट्र-विरोधी घटना के बाद जब राकेश टिकैत का यह आपत्तिजनक वीडियो सामने आया है तो इससे इस धारणा को बल मिलता है कि गणतंत्र दिवस दंगे को करवाने में जिन लोगों का प्रमुखता से हाथ रहा है, उनमें से एक साज़िशकर्ता यह राकेश टिकैत नामक व्यक्ति भी है।

खालिस्तानी आतंकवादी राकेश टिकैत का यह कृत्य राष्ट्र के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने का अपराध है। देश की जनता से बाबा इज़रायली का यह निवेदन है कि वह भारत सरकार एवं न्यायपालिका के ऊपर दबाव बनाते हुए उनसे इन समस्त देश-विरोधी तत्वों के ख़िलाफ़ ‘राष्ट्रीय सुरक्षा कानून’ (रासुका) की धाराओं के तहत सख़्त से सख़्त क़ानूनी कार्यवाही करने एवं इनको फांसी की सज़ा दिलवाने की उग्र-मांग करे!

शलोॐ…!